Raag

raag

राग देशकार: Raag Deshkar Parichay & Bandish

राग देशकार ( Deshkar Raga) राग देशकार का उद्गम बिलावल थाट से हुआ है और इसमें म और नि स्वर वर्ज्य हैं, जिससे यह औडव जाति का राग बनता है। इसके वादी स्वर ध और संवादी ग हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं। इस राग का गायन समय दिन का दूसरा प्रहर है, और इसकी […]

राग देशकार: Raag Deshkar Parichay & Bandish Read More »

राग पूर्वी: Raag Purvi Parichay – Bandish – Taan & Alaap

Raga Purvi इस पोस्ट में राग पूर्वी (Raag Purvi) का विस्तृत परिचय दिया गया है, जिसमें इसके थाट, आरोह-अवरोह, वादी-संवादी स्वर, और गायन का समय शामिल है। साथ ही, राग की विशेषताओं पर चर्चा की गई है, जैसे कि इसमें कोमल और शुद्ध स्वरों का प्रयोग, गंभीर प्रकृति, और इसका संधि प्रकाश के समय गाया

राग पूर्वी: Raag Purvi Parichay – Bandish – Taan & Alaap Read More »

राग तोड़ी: Raag Todi Parichay – Bandish – Taan Aur Alaap

Raag Todi – राग तोड़ी का परिचय, जिसमें इसकी उत्पत्ति, थाट, स्वरों की विशेषता, और गायन समय की जानकारी दी गई है। जानें राग तोड़ी के वादी, संवादी स्वर और इसकी खासियतें, जो इसे शास्त्रीय संगीत में अद्वितीय बनाती हैं। राग तोड़ी Raag Todi Parichay – राग तोड़ी की उत्पत्ति तोड़ी थाट से मानी जाती

राग तोड़ी: Raag Todi Parichay – Bandish – Taan Aur Alaap Read More »

राग मारवा: Raag Marwa Parichay, Bandish – Taan And Alaap – 8 Matra

“राग मारवा(Raga Marwa): जानें राग मारवा परिचय(Raag Marwa Parichay), विशेषताएँ, आरोह-अवरोह, राग मरवा बंदिश(Raag marwa bandish) और तालबद्ध तानें। समझें कैसे राग मारवा मारवा थाट से संबंधित है और इसकी प्रमुख विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें।” Raag Marwa Parichay राग मारवा को मारवा थाट जन्य माना जाता है। इसमें रिषभ कोमल, मध्यम तीव्र

राग मारवा: Raag Marwa Parichay, Bandish – Taan And Alaap – 8 Matra Read More »

राग बहार : Raag Bahar Parichay, Bandish

इस पोस्ट में राग बहार की पूरी जानकारी दी गई है। इसमें बहार राग का परिचय, इसकी विशेषताएँ, और बहार राग की बंदिश (सरगम) शामिल हैं। इसके अलावा, राग बहार से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए हैं, जो राग की संरचना और महत्व को स्पष्ट करते हैं। यह पोस्ट बहार राग के गुण, प्रदर्शन

राग बहार : Raag Bahar Parichay, Bandish Read More »

राग केदार: Raag Kedar Parichay, Bandish & Taan-Alaap

राग केदार परिचय इस पोस्ट में Raag Kedar का विस्तृत परिचय दिया गया है, जिसमें Raag Kedar Parichay के साथ Raag Kedar bandish, राग केदार तान, आलाप और राग केदार की विशेषताएँ शामिल हैं। indian classical ragas के इस अद्वितीय राग के स्वरूप और उसकी सुंदरता को समझने के लिए यह एक संपूर्ण मार्गदर्शिका है। राग

राग केदार: Raag Kedar Parichay, Bandish & Taan-Alaap Read More »

राग गौडसारंग का परिचय – Raag Gaud Sarang Bandish

Raag Gaud Sarang Parichay, Bandish Aur Taan इस पोस्ट में, हम राग गौड़ सारंग का परिचय (Raag Gaud Sarang Parichay) प्रस्तुत करते हैं, जिसमें Gaud Sarang Raag Notes, Raag Gaud Sarang Taan, और एक आकर्षक राग गौड़ सारंग बंदिश (Raag Gaud Sarang Bandish) “पलना लगी मोरी अँखिया ” के बारे में भी जानकारी मिलेगी, जो

राग गौडसारंग का परिचय – Raag Gaud Sarang Bandish Read More »

राग भैरव: Raag Bhairav Parichay & Bandish

Raag Bhairav Parichay इस पोस्ट में, हम राग भैरव का परिचय (Raag Bhairav Parichay) प्रस्तुत करते हैं, जिसमें Bhairav Raag Notes, Raag Bhairav Taan, और एक आकर्षक राग भैरव बंदिश (Raag Bhairav Bandish) “जागो मोहन प्यारे” के बारे में भी जानकारी मिलेगी, जो नोटेशन के साथ पूरी होगी। राग भैरव परिचय   Bhairav Raga –

राग भैरव: Raag Bhairav Parichay & Bandish Read More »

Raag Alhaiya Bilawal – अल्हैया बिलावल राग

राग अल्हैया बिलावल का परिचय, छोटा ख्याल (बंदिश) – तान राग अल्हैया बिलावल Alhaiya bilawal Parichay Raag Alhaiya Bilawal – राग अल्हैया बिलावल, बिलावल थाट से उत्पन्न माना जाता है। इसके आरोह में मध्यम स्वर वर्ज्य है, जबकि अवरोह में सभी सात स्वर प्रयोग किए जाते हैं। इसलिए इसे षाडव-सम्पूर्ण जाति का राग माना जाता

Raag Alhaiya Bilawal – अल्हैया बिलावल राग Read More »

Raag Kafi Parichay – राग काफी बंदिश तान

राग काफी भारतीय शास्त्रीय संगीत का एक महत्वपूर्ण राग है, जो अपनी अनूठी ध्वनि और विशेषताओं के लिए जाना जाता है। यह राग काफी थाट से उत्पन्न होता है और इसका प्रयोग विशेष रूप से ठुमरी और छोटे ख्याल में किया जाता है। राग काफी का परिचय काफी राग की रचना काफी थाट से मानी

Raag Kafi Parichay – राग काफी बंदिश तान Read More »

Scroll to Top