raag Khamaj – राग खमाज परिचय & बंदिश
Khamaj Raag आरोहन में रे वर्जित कर, गावत राग खमाज। द्वितीय प्रहर निशि गाइये, रखिये ग-नि सम्वाद ।। राग खमाज का परिचय – इस राग की रचना खमाज थाट से मानी गई है। इसके आरोह में ऋषभ वर्जित है और अवरोह में सातो स्वर प्रयोग किये जाते हैं। इसलिये इसकी जाति षाडव-सम्पूर्ण है। इसके आरोह […]