Classical Music

स्वर-साधना: riyaz kaise kare – sa ka riyaz

स्वर-साधना: Riyaz Kaise Kare – Sa ka Riyaz

स्वर-साधना किसे कहते हैं? Riyaz Kaise Kare – संगीत के अभ्यास में स्वर-साधना का महत्वपूर्ण स्थान है। यह गायन में स्वरों को सुरीला बनाने और नियंत्रित करने की प्रक्रिया है, जो निरंतर अभ्यास द्वारा कंठ को और अधिक मधुर और गाने योग्य बनाती है। गायन के दो प्रमुख स्तंभ हैं: स्वर और लय, जिनका नियमित […]

स्वर-साधना: Riyaz Kaise Kare – Sa ka Riyaz Read More »

व्यंकटमुखी के 72 थाट

व्यंकटमुखी के 72 थाट: गणना और रचना विधि

व्यंकटमुखी के 72 थाट: Vyankatmakhi Ke 72 Thaat सत्रहवीं शताब्दी में दक्षिण भारतीय संगीत के महान पंडित व्यंकटमखी ने “चतुर्दण्डिप्रकाशिका” नामक ग्रंथ में 72 थाट या मेलों की गणितीय रूप से रचना की। उनकी यह खोज संगीत में स्वर समूहों और थाट की संरचना के लिए एक क्रांतिकारी सिद्धांत मानी जाती है। व्यंकटमुखी द्वारा संगीत

व्यंकटमुखी के 72 थाट: गणना और रचना विधि Read More »

ARIJIT SINGH

Home Recording Studio Kit India Under 20k

best home studio setup in 20000 to 25000 Cheap Recording Studio Equipment Focusrite Scarlett Solo (3rd Gen) USB Audio Interface with Pro Tools, First Audio-Technica AT2020 Cardioid Condenser Studio XLR Microphone Studio Microphone Pop Filter Shield Mask, Double Mesh Wind Screen With 360° Flexible SeCro Premier Series (3 Pin) Microphone Cable XLR AKG K72 Closed

Home Recording Studio Kit India Under 20k Read More »

saptak ke prakar

संगीत में पूर्वांग और उत्तरांग Purvang Aur Uttarang: सप्तक का विभाजन और रागों का समय निर्धारण

Meaning of Purvang And Uttarang in Indian Classical music पुर्वांग उत्तरांग क्या है – सप्तक का विभाजन तथा रागों का समय Purvang Aur Uttarang – भारतीय संगीत में सप्तक को दो बराबर भागों में विभाजित करने की परंपरा है। इसे तार द्वारा जोड़ा गया और सप्तक को सारेगमपधनिसां में विभाजित किया गया। इस प्रकार, सप्तक

संगीत में पूर्वांग और उत्तरांग Purvang Aur Uttarang: सप्तक का विभाजन और रागों का समय निर्धारण Read More »

संगीत के पारिभाषिक शब्द

संगीत के पारिभाषिक शब्द – स्वर, नाद, लय, सप्तक, राग, जाति, थाट, श्रुति, गायन के प्रकार आदि का ज्ञान

संगीत के पारिभाषिक शब्द भारतीय संगीत का परिचय भारतीय संगीत भारतीय उपमहाद्वीप की गायन वादन कला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह दो मुख्य प्रणालियों में विभाजित है:  कर्नाटक संगीत भारतीय संगीत कर्नाटक संगीत प्रणाली दक्षिण भारतीय संगीत प्रणाली, जिसे कर्नाटक संगीत कहा जाता है, में कलात्मक खूबियाँ और समाज में संगीत कला के मौलिक

संगीत के पारिभाषिक शब्द – स्वर, नाद, लय, सप्तक, राग, जाति, थाट, श्रुति, गायन के प्रकार आदि का ज्ञान Read More »

थाट किसे कहते है ? 10 थाट के नाम

थाट की परिभाषा और 10 थाट के नाम

संगीत में थाट थाट शास्त्रीय संगीत का एक महत्वपूर्ण आधार है, जो स्वरों के एक निश्चित समूह को इंगित करता है। थाट वह प्रणाली है जिसके अंतर्गत विभिन्न रागों का निर्माण किया जाता है। थाट की परिभाषा That Kise Kahte Hai – थाट(Thaat) उन सात मुख्‍य स्वरों के सामूहिक समूह को कहते हैं, जो क्रमानुसार

थाट की परिभाषा और 10 थाट के नाम Read More »

amir khushro: अमीर खुसरो का जीवन परिचय

Amir Khusro Ka Jivan Parichay अमीर खुसरो – Amir Khusrau अमीर खुसरो(Amir Khushro) का नाम भारतीय संगीत और साहित्य में एक अमूल्य धरोहर के रूप में सदा के लिए अंकित हो चुका है। उनका योगदान संगीत को एक आधुनिक और विविधतापूर्ण रूप देने में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा अमीर खुसरो (Amir

amir khushro: अमीर खुसरो का जीवन परिचय Read More »

भारतीय संगीत पद्धतियाँ और संगीत के रूप

भारतीय संगीत पद्धतियाँ संगीत पद्धतियाँ: भारत में मुख्य रूप से दो प्रकार की संगीत पद्धतियाँ प्रचलित हैं: उत्तरी या हिंदुस्तानी संगीत पद्धति और दक्षिणी या कर्नाटक संगीत पद्धति। इन दोनों पद्धतियों में कई समानताएँ हैं, लेकिन इनकी अपनी विशेषताएँ भी हैं। उत्तरी संगीत पद्धति हिंदुस्तानी संगीत पद्धति के नाम से प्रसिद्ध यह पद्धति उत्तर भारत

भारतीय संगीत पद्धतियाँ और संगीत के रूप Read More »

होली लोकगीत, भजन, और गीत: भारतीय शास्त्रीय संगीत के विशेष प्रकार

होली लोकगीत : कृष्ण की बृज की होली का वर्णन होली लोकगीत, ठुमरी के समान शैली में गाए जाते हैं और सामान्यतः दीपचंदी ताल में होते हैं। ये मुख्यतः काफी राग में प्रस्तुत किए जाते हैं। होली गीतों में कृष्ण और बृज की होली का सुंदर वर्णन मिलता है। इस प्रकार के गीतों में मीड,

होली लोकगीत, भजन, और गीत: भारतीय शास्त्रीय संगीत के विशेष प्रकार Read More »

Scroll to Top