Sam Taali Aur Khali
इस पोस्ट में जानें: ताल में सम, ताली और खाली की परिभाषाएँ और उनके उपयोग। समझें कैसे दादरा ताल और तीनताल जैसे उदाहरणों के माध्यम से इनका महत्व स्पष्ट होता है। इस लेख में आप सम, ताली और खाली के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे।
ताल का विभाग: सम, ताली और खाली
सम, ताली और खाली को समझने से पहले हमें विभाग की अवधारणा को समझना होगा। ताल को कुछ निश्चित मात्राओं में बांटने की प्रक्रिया को विभाग कहते हैं। यह ताल में भरे और खाली स्थानों की पहचान करने में मदद करता है।
उदहारण के लिए – ताल दादरा
दादरा ताल 6 मात्रा की होती है, जिसमें 3-3 मात्राओं के दो विभाग होते हैं। इस ताल में 1 पर ताली और 4 पर खाली गिनी जाती है।
दादरा ताल को ऐसे दर्शाते हैं
- धा धी ना | धा त ना
- x | o
- | से विभाग को दर्शाया जाता है।
- × से सम को दर्शाया जाता है।
- O से खाली को दर्शाया जाता है।
सम, ताली और खाली – Sam Tali Khali In Music
सम, ताली, और खाली ताल के विभाजन को दर्शाते हैं। किसी भी ताल को दो प्रकार से दिखाया जा सकता है:
- तबला, पखावज या ढोलक पर बजाकर
- हाथ के इशारों द्वारा दिखाकर
सम ताली और खाली की परिभाषा
सम किसे कहते हैं – Sam In Music
- सम ( Sam Music ) – ताल को हाथ के इशारों द्वारा दिखाने के लिए हम ताली और खाली का प्रयोग करते हैं। प्रथम मात्रा पर पड़ने वाली ताली को सम कहते हैं। इस मात्रा से ताल ठेका प्रारम्भ होता है।
ताली किसे कहते हैं – Taali In Music
- ताली (Taali ) – सम के अतिरिक्त अन्य विभाग की प्रथम मात्रा पर जहां हाथ से ध्वनि उत्पन्न करते हैं, उसे ताली अथवा भरी कहते हैं।
खाली किसे कहते हैं – Khali In Music
- Khali – खाली वह स्थान है जहां ध्वनि उत्पन्न नहीं होती, बल्कि केवल हाथ को हिलाकर प्रदर्शित किया जाता है। यह ताल के अंदर के खालीपन को दर्शाता है और संगीत में लयात्मकता बनाए रखने में मदद करता है।
एक और उदहारण से समझते है – Sam Taali Aur Khali
जैसे तीनताल में 16 मात्राएँ होती है
4-4 मात्रायो के 4 विभाग होते है,
- 1, 5, और 13 की मात्रा को ताली बजाकर प्रदर्शित किया जाता है।
- 9वीं मात्रा को बिना ताली बजाए प्रदर्शित किया जाता है, जिसे खाली कहा जाता है।
किसी भी ताल की पहली मात्रा की ताली को सम कहा जाता है, जो ताल का प्रमुख बिंदु होता है।
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