Site icon Indian Raag

Raag Ki Jaati – राग में कुल कितनी जातियां होती है?

हम रागो के बारे में पड़ चुके हैं,आज हम [ Raag Ki Jaati ] राग की जाति के बारे में जानेंगे, संगीत में जाति क्या होती हैं और जाति के प्रकार( raag ki jaati & jati kise kahte hai in music )
raag ki jaati

Raag Ki Jaati – Jaati In Music

 

जाति से हमें राग में प्रयोग किये जाने बाले स्वरों की संख्या ज्ञात होती हैं,

Jaati Ki Paribhasha – जिससे राग में प्रयोग किये जाने बाले स्वरों की संख्या का बोध होता हैं, उसे हम जाति कहते है। हम जानते हैं की राग में कम से कम 5 और अधिक से अधिक 7 स्वरों का प्रयोग किया जाता हैं,

संख्या की दृष्टि से राग कितने प्रकार के होते हैं?
संख्या की दृष्टि से राग 3 प्रकार के होते हैं –

  1. पाँच (5) स्वर वाले राग
  2. छः (6) स्वर वाले राग
  3. सात (7) स्वर वाले राग
राग की जातियों के नाम 

” चलिए हम राग की जातियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानने का प्रयास करते हैं “

राग में कुल कितनी जातियां होती है?

राग लक्षण में हम बता छूके हैं की राग में आरोह एवं अवरोह दोनों अवश्यक होते हैं, कुछ रागो में आरोह – अवरोह के स्वरों की संख्या सामान नहीं होती हैं। 

जैसे – राग ख़माज के आरोह में 6 और अवरोह में 7 स्वरों का प्रयोग होता हैं,

इस प्रकार रागो की मुख्य 9 जातियाँ हो सकती हैं।

राग की 9 जातियों के नाम (Raag ki Jatiyo Ke Naam)

1. औडव – औडव – आरोह – अवरोह में 5-5 स्वर
2. औडव – षाडव – आरोह में 5 तथा अवरोह में 6 स्वर
3. औडव – सम्पूर्ण – आरोह में 5 तथा अवरोह में 7 स्वर
4. षाडव – षाडव – आरोह तथा अवरोह में 6-6 स्वर
5. षाडव – औडव – आरोह में 6 तथा अवरोह में 5 स्वर
6. षाडव – सम्पूर्ण – आरोह में 6 तथा अवरोह में 7 स्वर
7. सम्पूर्ण – सम्पूर्ण – आरोह तथा अवरोह में 7-7 स्वर
8. सम्पूर्ण – औडव – आरोह में 7 तथा अवरोह में 5 स्वर
9. सम्पूर्ण – षाडव – आरोह में 7 तथा अवरोह में 6 स्वर

ये सभी राग की जातियाँ हैं |

[ays_poll id=3]

jati kise kahte hai in music

For More Raag

Click here

For Classical Music Theory Please Visit – Here

Click For Classical Music

Click For Harmonium NotesClick For Guitar ChordsClick For Indian Classical Music 

THANK-YOU

आपका हमारी पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद! हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए लाभदायक रही होगी। यदि आप इस पोस्ट में किसी भी प्रकार की त्रुटि पाते हैं, तो कृपया हमें कमेंट करके बताएं। हम अपनी त्रुटियों को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

हमारा उद्देश्य है कि हम आपको भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों से परिचित कराएँ और आपके संगीत प्रेम को और अधिक समृद्ध बनाएँ। आपके सुझाव हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि आप किसी विशेष राग की बंदिश या परिचय के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमें अवश्य बताएं। हम आपकी जरूरतों के अनुसार अगली पोस्ट में उस राग की जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे।

आपके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए हम आभारी हैं। कृपया जुड़े रहें और हमारी पोस्ट को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें

धन्यवाद और शुभकामनाएँ!

प्रणाम 
IndianRaag.com

आपकी मदद की ज़रूरत है 🙏

प्रिय मित्रों,

इस समय हमें आर्थिक सहायता की आवश्यकता है। आपकी छोटी सी मदद भी हमारे लिए बहुत मायने रखती है। अगर आप हमारी इस यात्रा में साथ देना चाहते हैं, तो कृपया हमें आर्थिक रूप से सहयोग करें।

हमने नीचे QR कोड और UPI डिटेल्स दी हैं। आप QR कोड का स्क्रीनशॉट लेकर उसे किसी भी UPI ऐप के जरिए पेमेंट कर सकते हैं।

हर छोटी-बड़ी मदद हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम आपके सहयोग के लिए दिल से आभारी रहेंगे। 🙏


सहयोग करने के तरीके:

  1. QR कोड: स्क्रीनशॉट लेकर UPI ऐप से पे करें।
  2. UPI ID: Indianraag@kotak

Exit mobile version